करे दिन की शुरआत शायरी के साथ
क्या करूँ परिभाषित इसको, ये शब्द ही कुछ खास है। प्यार, मोहब्बत, इश्क यारों, शब्द नहीं इक अहसास है । दोस्तों शायरी लिखना, बोलना भी एक शायर के लिये प्यार ही है, हम में से ऐसे कई है जो जिन्हें शायरी लिखना या पढ़ना अच्छा लगता हो इसीलिए हम प्यार भरी शायरी के इस पेज पर आपका अभिनंदन करते हैं।